जी वी एच एस एस कुलककड़ा स्कूल में होनेवाले अंतिम हफ्ता थे यह। कई अनुभवों को मिले इस स्कूल से। इसलिए इस स्कूल से जाना बहुत दुःख की बात हैं। शुक्रवार दुःख की दिन था। हमारे साढ़े दो महीने की अध्यापन प्रेशिक्षण की अंतिम दिन। २६ जनवरी में रिपब्लिक दिन की समारोह होती थी। एन एस एस ,
एन सी सी ,रेड क्रोस अड़ीं के छात्रों ने अपनी अपनी यूनिफार्म में आया। देखने केलिए बहुत अच्छे थे। सबेरे आठ बजे में शुरू हो गया। नौ बजे तक थे। बहुत अच्छा था।
एन सी सी ,रेड क्रोस अड़ीं के छात्रों ने अपनी अपनी यूनिफार्म में आया। देखने केलिए बहुत अच्छे थे। सबेरे आठ बजे में शुरू हो गया। नौ बजे तक थे। बहुत अच्छा था।
इस हफ्ता में मेरी कक्षा में जाने केलिए सिर्फ एक ही पीरियड मिली .छात्रों से अलविदा कहकर आया
मन में बहुत दुःख होती थी . शुक्रवार में हम स्कूल के सब अध्यापकों केलिए लड्डू खरीदा . दोपहर के बाद सब अध्यापकों ने मिलकर हमको अलविदा देने केलिए एक मीटिंग रखा . प्रधानाध्यापिका ने और बाकी सब अध्यापकों ने मीटिंग में शामिल थे . वे हमको आशंसा दिया और अगले साल में एक अध्यापक के रूप में इसी स्कूल में आने की प्रार्धना की .दो तीन दोस्तों ने अपनी अपनी अनुभव कहा . मीटिंग के अंत में सबको मधुर देकर अलविदा कहकर जी वी एच एस एस से आया .अगले हफ्ता से बी एड कॉलेज में जाना चाहिए . साढ़े दो महीना जल्दी से चला गया . अनेक अच्छी मधुर यादें देती . ये बीत गए दिन मेरी मन में सदा रहेगी
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